प्रभु तेरे ही मन्दिर में
प्रभु तेरे ही मन्दिर में हम चढाते हैं बलिदान
स्तुति तेरी गाते सभी भक्ति में झूम, तुझको करे सम्मान
सब कुछ हमें देता, हमारा प्रमी पिता
जीवन के संकट में, प्रभु साथ निभाता सदा
कृपा दया सागर, बरसाता प्रेम की फुहार
गुमराह भेड़ों का बन जाता राखनहार
Prabhu tere hi mandir mai
Offertory