प्यार का सागर है तू

प्यार का सागर है तू येसु मेरे मसीह प्
यार का सागर है तू येसु मेरे मसीह

जीवन की मंज़िल है तू बिन तेरे मिले न खुशी
दिल में तेरे मैं बस जाऊँ हर दिन हर पल मैं प्रभू
पाकर तेरा प्यार बन जाऊँ तेरे समान

कितना मीठा तेरा प्यार कैसे करूँ मैं वर्णन
मधुर मधु से भी मीठा तेरा प्यार है।

ढूँढा सारे जहाँ साजन मिला न कहीं
हर प्रेम प्रीत में खोजा पर तेरे जैसा नहीं
तेरे प्रीत में पाऊँ सम्पूर्ण जीवन भी
पाकर तेरा प्यार चाहूँ न दूजा कोई

जग में सदा अपनी माता प्यार की मूरत है
जननी की ममता हमेशा ईश्वर की दीदार है।
माता अगर भूल भी जाये अपनी ही संतान को
पर तेरा यह प्यार कभी भूल न जाये हमको।

Pyaar ka sagar hai tu

Communion