तू दिल में हैं प्रभु मधूर

तू दिल में हैं प्रभु मधूर मांगू यही दुआ,
भक्ति भरे हृदय से मैं पूजूँ सदा

पापों से तू ने मुक्ति दिलाई,
आये मेरा घर मेहमान बन
पापी हूँ फिर भी भक्ति निभाई,
देखा न तुझसा दूजा सजन

जब से तू आया संतोष पाया,
दिल तो खुशियों से भरपूर है
दर्शन मैं तेरा करता हूँ मन से,
तेरा प्रभु मुझ में तो नूर है

तू मेरी रक्षा करता हमेशा,
तेरे उपहारों की गिनती नहीं
मिल जायें मुझको तेरा सहारा,
जाऊँ न करने विनती कहीं

मैं तेरी पूजा हर क्षण करूँगा,
तू मेरे दिल में हर क्षण रहें,
मैं तेरा साक्षी बन जाऊँ दाता,
दिल मेरा दरपन रहे।

Tu dil mai prabhu madhur

Communion